THE BASIC PRINCIPLES OF SHIV CHAISA

The Basic Principles Of Shiv chaisa

The Basic Principles Of Shiv chaisa

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धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया

नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥

अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा

शनिदेव मैं सुमिरौं तोही। विद्या बुद्धि ज्ञान दो मोही॥ तुम्हरो नाम अनेक बखानौं। क्षुद्रबुद्धि मैं जो कुछ जानौं॥

कानन कुण्डल नागफनी के ॥ अंग गौर shiv chalisa lyricsl शिर गंग बहाये ।

अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन क्षार लगाए॥

प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥

संकट shiv chalisa lyricsl से मोहि आन उबारो ॥ मात-पिता भ्राता सब होई ।

प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला। जरत सुरासुर भए विहाला॥

On Trayodashi (13th day on the dark and brilliant fortnights) 1 should really invite a pandit and devotely make offerings to Lord Shiva. People who speedy and pray to Lord Shiva on Trayodashi are always balanced and prosperous.

श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।

अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण shiv chalisa lyricsl कीन कल्याण ॥

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